मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

साहित्य

मानव मूल्यों की महत्ता

-डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहितकवि,साहित्यकार  जिला झालावाडराजस्थान मानव सृष्टि का सबसे खूबसूरत विकसित मस्तिष्क वाला जीव ईश्वर की अनमोल कृति है। जो सोचता है बोलता है गति करता है नित नये विकास की ओर बढ़ता हैं। वह परिश्रम कर सफलता…

साहित्य

बाल कवयित्री शुभांगी शर्मा ने किया दोहा विशेषांक का विमोचन

 पटना डेस्क (मालंच नई सुबह ) भवानीमंडी:- अखिल भारतीय साहित्य परिषद भवानीमंडी द्वारा प्रकाशित साहित्य दर्शन ई पत्रिका का ऑनलाइन विमोचन समारोह गुरुवार को आयोजित किया गया जिसमें साहित्य दर्शन ई पत्रिका वर्ष 02,अंक 26 दोहा विशेषांक का ऑनलाइन विमोचन…

” भाषा यदि गुलाम रही तो देश की आजादी के बाद भी, पराधीनता का अनुभव करते रहेंगे हम !”

पटना पटना,/प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह ) 01/09/2021! ” हमारे अमर साहित्यकारों ने ठीक ही कहा है कि ” देश और भाषा की आजादी में सर्वाधिक प्राथमिकता भाषा को मिलनी चाहिए ! क्योंकि भाषा यदि गुलाम रही तो देश की आजादी के…

डा दीन के काव्य में ही नहीं प्राण में भी कबीर थे,डा उषा रानी जी वैदुष्य और वात्सल्य की संज्ञा ही थी /साहित्य सम्मेलन में दोनों साहित्यिक-युगल को श्रद्धापूर्वक किया गया स्मरण,

पटना,/प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह ) १ सितम्बर। स्तुत्य कवि और शिक्षाविद प्रो सीताराम ‘दीन’ हिन्दी के एक ऐसे महान कवि हुए, जिनके काव्य में ही नही, प्राण में भी कबीर बसते थे। उन्होंने अपने साहित्य और जीवन में भी कबीर को…

नज़र आपकी

  –प्रियांशु त्रिपाठी मुझे जो आप बदला देख रहे है मुझे आप एकतरफ़ा देख रहे है भार सब दिल ने संभाल रखे हैं आप हुज़ूर मेरा चेहरा देख रहे है कानों में जो बात रखी जमाने ने आप वहीं मिल-जुला देख…

कान्हा मेरे कान्हा

कान्हा मेरे कान्हा जी अनुभव राज,मुज़फ़्फ़रपुर सभी के प्यारे कान्हा जी यशोदा माँ के लाडले नंद दुलारे कान्हा जी गोपी संग प्रेम में रास रचाये कान्हा जी नाग कालिया के फन प रनृत्य दिखाये कान्हा जी द्रौपदी की लाज रखी…

पान बनारसिया

 प्रियांशु त्रिपाठी बनारस आये और बनारसी पान ना खाये तो क्या ही बनारस आने का फायदा । इसी सोच से हम पाँच केरला कैफे के बाद पान की तलाश में और सब इतने थके कि कहते हैं हरिओम तुम चले…

पाठकों के अंदर ऊर्जा का संचार करने में सफल साहित्यक प्लेटफार्म

कुमार संदीप (मुजफ्फरपुर-बिहार) गूगल सर्च इंजन पर अपनी ज़रूरत की जानकारियां सर्च कर हम हर दिन ख़ुद के अंदर ज्ञान में वृद्धि करते हैं, जानकारियां हासिल कर मुश्किलें हल करते हैं। और यह अकाट्य सत्य भी है कि जीवन में…

एक सफ़र इश्क़ का

 —-प्रियांशु त्रिपाठी बहुत दिनों के बाद जब मिलने की बारी आती है  आँखें झुक सी जाती है और ये होठ बोल ना पाती है  बस थोड़ी थोड़ी देर में उनके चेहरे का दीदार होता है  पर हाँ मगर इससे पहले…

खोल तो दीजीए खिडक़ियाँ

——प्रिया सिंह हौसलों को दिखा आसमाँ कम से कम, तू बना इक नई दास्ताँ कम से कम । गर नहीं बोलने की इजाज़त हमें, छीन लो फिर हमारी ज़ुबाँ कम से कम। तू भटकता रहेगा यहाँ कब तलक, ए परिन्दें…

बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में चिंतक-कवि हृदय नारायण के जन्म-शती समारोह में आयोजित हुई संगोष्ठी

पटना डेस्क,मालंच नई  पटना, २४ अगस्त। श्रीमद्भागवत गीता विश्व-समुदाय को, भारत की ओर से दिया गया सर्वोत्तम उपहार है। यह संपूर्ण वैदिक साहित्य समेत भारतीय-दर्शन का सार तथा जीवन, जीव जगत, आत्मा-परमात्मा से सबंधित आदिकाल से उठते रहे सभी प्रश्नों…