कायस्थों को विशेष जिम्मेदारी देने की जरूरत : अरविंद केजरीवाल

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कायस्थों को विशेष जिम्मेदारी देने की जरूरत : अरविंद केजरीवाल

[नई दिल्ली /प्रतिनिधिजितेन्द्र कुमार सिन्हा 19 दिसम्बर ::देश की आजादी की लड़ाई, प्रशासनिक ढांचे को सुव्यस्थित बनाने में कायस्थों का महत्वपूर्ण योगदान और राष्ट्रहित में योगदान के लिए हमेशा तैयार रहने को देखते हुए कायस्थों को राजनीति में विशेष जिम्मेवारी दी जानी चाहिए। उक्त बातें आज नई दिल्ली स्थित तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में जीकेसी द्वारा आयोजित विश्व कायस्थ महासम्मेलन कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही।

उन्होंने कहा कि राजनीति तथा सत्ता में पद केवल धर्म और जाति के आधार पर नहीं दिया जाना चाहिए, बल्कि योग्यता तथा गुणवत्ता को भी समुचित सम्मान देना चाहिए । केजरीवाल ने कहा कि पूरे राष्ट्र में योग्यता और गुणवत्ता के मामले में कायस्थों से तुलना किसी अन्य से नहीं की जा सकती।

उक्त अवसर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कायस्थ समाज की विशिष्टिताओं को किसी को बताने की जरूरत नहीं है बल्कि उसे भरपूर आदर और सम्मान देने की आवश्यकता है। उन्होंने ने भी दुनिया भर में कायस्थों से एकजुट होकर सर्वसमाज के लिए कार्य करने की अपील की । महासम्मेलन को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं प्रख्यात अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भी सम्बोधित किया और कहा कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन से कायस्थों के एकजुट होने का स्पष्ट संकेत मिलता है

आगे कहा कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन से कायस्थों के एकजुट होने का स्पष्ट संकेत मिलता है और आज जिस प्रकार से यहां देश के विभिन्न राज्यों से एवं अन्य देशों से कायस्थों के प्रतिनिधि जुटे हैं इससे स्पष्ट पता चलता है कि अब हमारे राजनीतिक अधिकारों एवं हितों को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता है।

कार्यक्रम के आरंभ में आगन्तुकों का स्वागत करते हुए ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हम विश्व कायस्थ महासम्मेलन के माध्यम से देशभर में बड़ी संख्या में फैले कायस्थ परिवारों को उनके राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षणिक और व्यावसायिक हितों को ध्यान में रखते हुए अपनी बुलंद आवाज को सत्ता तथा राजनीति के गलियारे तक पहुंचाने के लिए एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो कायस्थ हित की बात करेगा, जो कायस्थ हित का सम्मान करेगा , कायस्थ हमेशा उसके साथ रहेगा।राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) पूरी दुनिया में कायस्थों का सबसे बड़ा संगठन बनकर उभरा है और देश के लगभग सभी राज्यों समेत 20 से अधिक देशों में इसका गठन हो चुका है । जीकेसी की ओर से शिक्षा , रोजगार, व्यापार, कला- संस्कृति, खेल, कृषि, पर्यावरण आदि के क्षेत्र में कायस्थ युवाओं तथा महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यही कारण है कि आज जीकेसी अपने गठन के केवल 11 महीने के अंदर ही विश्व कायस्थ महासम्मेलन आयोजित करने में और सभी राज्यों से बड़ी संख्या में कायस्थों की भागीदारी सुनिश्चित करने में सफल हुआ है।

कार्यक्रम को सुप्रसिद्ध अभिनेता अंजन श्रीवास्तव , प्रख्यात अभिनेता शेखर सुमन एवं उनके सुपुत्र अभिनेता अध्ययन सुमन ने संबोधित करते हुए कहा कि कायस्थों को संगठित होकर कार्य करने की जरूरत है और जब हम संगठित हो जाएंगे तो कोई भी हमें कमजोर समझ कर नजर अंदाज करने का प्रयास नहीं करेगा ।उक्त अवसर पर प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने राष्ट्र संगठन में महिलाओं की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि महिलाएं जब आगे आ जाएंगे तो कायस्थों का हर तरह से सशक्त होना सुनिश्चित हो सकेगा।

कार्यक्रम में कायस्थ हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि जी महाराज, प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, जीकेसी के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पदाधिकारियों में अखिलेश श्रीवास्तव, कमल किशोर,मिडिया सेल के राष्ट्रिय अद्यक्ष प्रेम कुमार,,मिडिया सेल के राष्ट्रिय सचिव नीरव समदर्शी,कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सचिव प्रिय मल्लिक, बिहार प्रदेश अध्यक्ष नम्रता आनंद ,बिहार  प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा,विधि प्रकोष्ट केबिहार  प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर प्रियदर्शी हर्ष ,चैंबर ऑफ कौमर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष नविन कुमार ,दिल्ली प्रदेश महासचिव राजीव कान्त,ख्यात साहित्यकारा डॉक्टर शेफालिका वर्मा की पुत्रवधू और सुप्रीम कोर्ट क एडवोकेट संजीव वर्मा की पत्नी शबनम वर्मा एवं संजीव वर्मा जो खुद जीकेसी की राष्ट्रिय सचिव हैंअशोक सक्सेना ,मनीष सक्सेना तथा अनेकानेक विश्वभर के पदाधिकारी उपस्थित थे .

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