इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत इंसाफ, त्याग एवं बलिदान का संदेश देती है
मोतिहारी प्रतिनिधि मालंच नई सुबह:–जिले के केसरिया प्रखंड क्षेत्र में कर्बला के मैदान में केसरिया नगर पंचायत, बथना, कुंडवा, गोंछी कुशहर, लाला छपरा, ताजपुर, प्रदुमन छपरा समेत अन्य गांव से मुहर्रम का जुलूस,अखाड़ा और ताजिया पहुंचा। जहां कर्तबकारीयो ने अपना अपना कर्तब दिखाया। इससे पूर्व नगर पंचायत के गांव कस्बे से होते हुए या हसन, या हुसैन, या अली के नारों की गूंजता हुआ एक विशाल मोहर्रम के जूलूस का इन्काद किया गया।इस अवसर पर केसरिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अनिसुर रहमान चिश्ती ने कहा कि मोहर्रम के महीने में शोहदा ए कर्बला की शहादतों को याद किया जाता है। और उनकी शान में मनकबत पढ़ी जाती है।मानवता की हिफाजत आपने अपने लहू से की । इंसानियत को गुलामी की जंजीर से आजादी दिलाई। वहीं कौमी एकता फ्रंट के अध्यक्ष वशील अहमद खां,पूर्व मुखिया अमजद अली खां उर्फ गुड्डू खां,मूस्तफा खां, मून्ना खां प्रमुख प्रतिनिधि नाज अहमद खां उर्फ पप्पू खां सहित लोगों ने ईमाम हुसैन के के कुर्बानी की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इंसानियत के दुश्मन अहलेबैत की शान को न समझ सके और उन पर पानी भी बंद कर दिया। लेकिन ईमाम हुसैन ने पानी की चिंता ना करते हुए अपने कीमती लहू से सब्र व शुक्र की ऐसी दास्तान लिखी जिसको पढ़ने या सुनने के बाद आज भी कलेजा फट जाता है। आंखें अश्क बार हो जाती हैं। जमाना गवाह है कि कर्बला में जिन्होंने शहादत पाई आज उनकी याद हर घर में है। लेकिन यजीद का नाम व निशान जमाने से मिट गया। वहीं इस अवसर पर उपस्थित साजीद खां ने कहा कि मुहर्रम, मानवता को त्याग समर्पण और शहादत का पैगाम देता है। कर्बला वालों की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। वहीं पूर्व नगर अध्यक्ष रजनीश कुमार पाठक उर्फ रिंकू पाठक ने कहा कि जूल्म के खिलाफ अपनी जिंदगी कुर्बान करने वाले ईमाम-ए-हुसैन को इतिहास के पन्नों में हमेशा याद रखा जाता है,और हर धर्म के लोग उन्हें श्रद्धांजलि पेश करते हैं।और उनकी शहादत में सत सत नमन करते हैं।इस अवसर पर हैदरिया कमेटी अखाड़ा नंबर 1 पुरानी बाजार, हैदरिया कमेटी नया बाजार, सद्दाम कमेटी नया बाजार, हुसैन कमिटी झाड़ी केसरिया,अली असगर कमीटी केसरिया टोला, समेत दर्जनों अखाड़े और जुलूस शहिदे कर्बला के मैदान में पहुंचे।और कर्तब दिखाई।इस मौके पर एसडीओ शंभूशरण पांडेय,डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी, इंस्पेक्टर गौरी कुमारी, थानाध्यक्ष सूनिल कुमार सिंह सहित सशस्त्र बल सुरक्षा व्यवस्था पर कडी निगरानी थी। साथ में समाजसेवी खुर्शीद आलम,नबील अहमद खान, पत्रकार असरफ आलम,मोहम्मद मंसूर अमन मोहम्मद जमील, मोहम्मद पप्पू, मोहम्मद अल्ताफ समेत इलाके के हजारों लोग मौजूद थे।