बहेड़ा/ मधेपुर/मधुबनी
ए एन कॉलेज पटना में हिंदी के पूर्व विभागाध्यक्ष और मैथिली कथाकार डॉ. श्री रमेश नारायण के कथासंग्रह ‘उज्जर सपेत’ का विमोचन उनके पैतृक गांव बहेड़ा में शनिवार शाम को संपन्न हुआ. मधेपुर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और मैथिली के उद्भट विद्वान राजेन्द्र झा की अध्यक्षता में संपन्न इस सादे और गरिमापूर्ण समारोह में मुख्य अतिथि थे नामचीन कथाकार डॉक्टर शिवशंकर श्रीनिवास. समारोह के प्रमुख वक्ता थे साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार प्रदीप बिहारी,और जगदीश प्रसाद मंडल जिन्होंने विस्तर से पुस्तक की समीक्षा की।जाने माने साहित्यक और ओएन जी सी के अवकाश प्राप्त इंजीनियर और चीफ चंद्रमोहन कर्ण ने प्रकाशकीय बिंदु पर प्रकाश डाला लेखक के जेष्ठ पुत्र प्रणव प्रियदर्शी एसिस्टेंट एडिटर नवभारत टाइम्स ने धन्यवाद ज्ञापन किया। लेखक के द्वितीय पुत्र नीरव समदर्शी ने दूरभाष पर लेखक के सरल व्यक्तित्व के विषय में बताया. डॉ श्री शिवकुमार प्रसाद ने भी सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम संचालन दिल्ली से आई वरिष्ठ पत्रकार सह साहित्यकार (लेखक की सबसे छोटी पुत्री )स्तुति नारायण ने किया।
‘उज्जर सपेत’ डॉ. रमेश नारायण का मरणोपरांत प्रकाशित होने वाला मैथिली कथा संग्रह है. उनके साहित्य में ग्रामीण परिवेश को मिली प्रमुखता और अपने पैतृक गांव के प्रति उनके अगाध प्रेम को ध्यान में रखते हुए पुस्तक का विमोचन समारोह यहां आयोजित किया गया. पुस्तक को एका प्रेस ने प्रकाशित किया है.
श्री नारायण का पहला कथा संग्रह ‘पाथरक नाव’ है जो सत्तर के दशक में प्रकाशित और प्रशंसित हुआ.
फेंट निवासी एसबीआई ( स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) के वरिष्ठ अधिकारी (अवकाश प्राप्त) अशोक कुमार दास, बीरगंज हॉस्पिटल (नेपाल) के डायरेक्टर पुरेंद्र किशोर लाभ, डिफेंस थिंक टैंक भारत शक्ति डॉट इन से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार रविशंकर सहित अनेकानेक गण्यमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से समारोह को गरिमा प्रदान की.