बिहार बोर्ड ने गुरुवार को मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया, पटेल हाई स्कूल दाउदनगर की रामायणी राय ने 97.40 फीसदी अंक लाकर राज्य में की टॉप
पटना डेस्क मालंच नई सुबह,बिहार बोर्ड ने गुरुवार को मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार बिहार बोर्ड के टॉपरों के बीच अंकों की कड़ी प्रतिस्पर्धा दिखी है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अपर मुख्य सचिव संजय कुमार और बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने शिक्षा विभाग सभागार में वेबसाइट www .results. bihar board online. com और onlinebseb.in पर रिजल्ट जारी किया।
यहां आपको यह भी बता दें कि मैट्रिक रिजल्ट में राज्य भर में प्रथम दस स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को बिहार बोर्ड द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। इसकी जानकारी बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी। उन्होंने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त परीक्षार्थी को एक लाख रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडर दिया जायेगा। दूसरे स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडर दिये जायेंगे। वहीं, तृतीय स्थान वाले को 50 हजार रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडर दिया जायेगा। चतुर्थ से लेकर दसवें स्थान प्राप्त करने वाले को दस-दस हजार रुपये और एक-एक लैपटॉप प्रदान किया जायेगा। इस बार टॉप-10 में कुल 47 विद्यार्थी शामिल हैं। इसमें 15 छात्राएं और 32 छात्र हैं। इस बार बिहार बोर्ड ने दो मेधा सूची जारी की है। पहला टॉप-5 मेधा सूची में आठ विद्यार्थी हैं। वहीं दूसरा टॉप-6 से टॉप-10 की सूची है। इसमें 39 विद्यार्थियों शामिल किए गए हैं। इस बार मेधा सूची (टॉप 10) में शामिल 47 होनहारों को 95.6 से 97.40 फीसदी तक अंक आए हैं। इस बार की परीक्षा में औरंगाबाद के पटेल हाई स्कूल दाउदनगर की रामायणी राय ने 97.40 फीसदी यानी 487 अंक लाकर राज्य में टॉप किया है। दूसरे स्थान पर नवादा के प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल रजौली की सानिया कुमारी और न्यू अपग्रेड हाई स्कूल सिधाप परसही लदनिया, मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर हैं। इन दोनों को 486 अंक (97.2 फीसदी) अंक प्राप्त हुए हैं। तीसरे स्थान पर उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल बाजार वर्मा, गोह औरंगाबाद की छात्रा प्रज्ञा कुमारी है। प्रज्ञा को 97 फीसदी अंक मिले हैं।दसवीं की बिहार बोर्ड के रिजल्ट को ले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ने मैट्रिक परीक्षा में सफल होने वाले तमाम विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है इसके साथ ही उन्होंने कहा किइस बार टॉप-5 में चार लड़कियों ने बाजी मारी है। यह महिला सशक्तीकरण का बड़ा उदाहरण है। लड़कियों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और वो हर क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रही हैं।