पटना।प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह) पटना सिटी। ” छात्रों के समग्र विकास में नई शिक्षा नीति मील का पत्थर साबित होगी । शिक्षा के साथ साथ छात्रों में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण हो सकेगा । “
ये बातें आज मानस पथ स्थित स्वरांजलि सभागार में शिक्षाविद शंभूनाथ जी की प्रथम पुण्य स्मृति पर आयोजित ” नई शिक्षा नीति में शिक्षक छात्र की भूमिका ” विषयक गोष्ठी में कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन करते हुए पूर्व मन्त्री -सह- विधायक नंदकिशोर यादव ने कही।
मुख्य अतिथि महापौर सीता साहू नें कहा शंभूनाथ जी ” ज्ञान के पर्याय थे।” बतौर विशिष्ट अतिथि डा. राज कुमार नाहर नें कहा कि प्राचीन मूल्यों की पूनर्वापसी है़ राष्ट्रीय शिक्षा नीति ।
बतौर मुख्य वक्ता शिक्षाविद – लेखक डा. ध्रुव कुमार ने शंभूनाथ जी के शिक्षण के प्रति समर्पण को याद करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत अब शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय प्रोफ़ेशनल मानक विकसित किया जा रहा है़। इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। अब 12 वीं के बाद वैसे छात्र-छात्रा पेशेवर शिक्षक बन सकेंगे जिनमें शिक्षण पेशे के प्रति रुझान होगा। अब शिक्षकों को अपने आप को पेशेवर बनाना ही होगा।अब पाठ्येत्तर गतिविधियों और व्यवसायिक शिक्षा के बीच खास अंतर नहीं होगा ।
प्रारंभ में शिक्षाविद शंभूनाथ जी के
तैल चित्र पर पुष्प व मालाएं अर्पित
की गईं। मंच संचालन संयोजक अनिल रश्मि ने और धन्यवाद ज्ञापन कलाकार आलोक चोपड़ा ने किया ।
इस अवसर पर डा. भोला पासवान, प्रभात कुमार धवन , मनोज कुमार, नेक आलम, नितिन कुमार वर्मा , डा .करुणा निधि, जितेंद्र कुमार पाल, मिथुन पंडित , राजा पुट्टु , बब्लू , गुड्डू ने भी अपने-अपने विचार रखे।