मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

साहित्य

स्तुत्य है बाल-साहित्य में रेखा भारती मिश्र का योगदानभारती के तीन काव्य-संग्रहों का हुआ लोकार्पण, जयंती पर याद किए गए शाद अजीमाबादी

पटना डेस्क (मालंच नई सुबह) पटना, ८ जनवरी। बाल-साहित्य में हिन्दी के लेखकों की स्याही निरंतर कम होती जा रही है। हिन्दी में इसे एक बड़े अभाव के रूप में देखा जा रहा है। बहुत थोड़े से रचनाकार इस दिशा…

मुग़लसराय के रंग महोत्वसव कार्यक्रम में सम्मानित हुए बिहार के राधेकृष्ण पाण्डे एवं अशोक सिंघल

पटना डेस्क (मालंच नई सुबह) पिछले दिनों मुगलसराय में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम रंग महोत्सव मनाया गया| यह कार्यक्रम नव वर्ष के उपलक्ष में मनाया गया |जिसमें विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने आकर अपने-अपने कला प्रदर्शन किया| मुगलसराय रंग महोत्सव…

साहित्य

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः

कुमार संदीप मुजफ्फरपुर आज आलेख की शुरुआत मैं संस्कृत के एक श्लोक के साथ करना चाहूंगा, “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः”। इस श्लोक का भावार्थ है जहाँ नारियों की पूजा की जाती है वहीं पर देवता भी निवास करते…

साहित्य

मेरा गाँव

        मेरा गाँव कुमारी ईला कृति कहाँ गई वो आम की डाली, कहाँ गए वो झूले | कहाँ गए वो ताल- तलैया, और गाँव के मेले | चुनमुन,राधा,श्याम और भोला ,अब लुका- छुपी न खेले | कहाँ…

हमारी सृजनशीलता को एक नया आयाम देने की कोशिश करता है, नए वर्ष का संकल्प !”: सिद्धेश्वर

 पटना डेस्क (मालंच नयी सुबह) 29/12/2021 !”  हर बाधा से तुरंत निवारण, रेत -धूल- कंकड़ -पत्थर, सब  सोना कर दूंगी !, जादूगरनी हूं मैं, जादू टोना कर दूंगी, आसमान के सूरज को भी  बौना कर दूंगी !”  गाजियाबाद की कवयित्री…

जन्म के समय ईसा मसीह का नाम एमानुएल था और इस शब्द का अभिप्राय मुक्ति प्रदान करने से है ::

जितेन्द्र कुमार सिन्हा विभिन्न धर्म के लोग भारत में रहते हैं, जिनमें हिन्द, मुस्लिम, सिख,  ईसाई और बौद्ध प्रमुख है।  यही कारण है कि सभी तरह के पर्व, धर्म निरपेक्ष भारत में  मनाया जाता हैं। ईसाई धर्म के लोगों का…

माँ

उस बुजुर्ग महिला को फर्श पर पोछा लगाते देख मेरे मन के भीतर एक अजीब सी सिहरन और दर्द का ज्वार-भाटा उत्पन्न हो रहा था। वह खांस भी रही थी और अपना काम भी कर रही थी।तभी भीतर से तेज…

श्रद्धांजलि

 श्रद्धांजलि  —डाॅ पुष्पा जमुआर,पटना   सुहाना सफर जीवन डगर चलते-चलते वीर जवान अमर हुए चुनाव किऐ कर्तव्य पथ हुए समर्पित भारत के सपुत शत-शत नमन है तुम्हें

सास भी माँ बन सकती है

सास भी माँ बन सकती है निक्की शर्मा ‘रश्मि’ प्रमिला ..ले बेटा कुछ खा ले फिर गरमा गरम चाय बनाती हूंँ।सास बहू दोनों मिलकर पिएंगे। नहीं… मन नहीं है माँ। अरे… मन नहीं तो क्या ले तेरे लिए चटपटी सेव…

कवि चित्रकार डा दिनेश दिवाकर की पुस्तक ‘पटना कलम : इतिहास के आइने में’ का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुआ कवि सम्मेलन

पटना, प्रतिनिधि ( मालंच नई सुबह )१४ नवम्बर । बिहार सरकार शीघ्र ही प्रदेश में कला एवं शिल्प विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है। सरकार अपनी कला और संस्कृति को उन्नत करने के लिए कृत संकल्प है। राज्य सरकार…

डॉ ध्रुव कुमार की नई पुस्तक ” हिन्दी लघुकथा का शास्त्रीय अध्ययन ” का लोकार्पण

पटना/प्रतिनिधि (मालंच नई सुबह) I ” किसी भी साहित्यिक विधा के लिए सृजन के साथ-साथ आलोचना पक्ष भी बहुत जरूरी पक्ष है I इस दिशा मे लघुकथा आलोचना पर शोधपरक गंभीर कार्य की लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा…

साहित्य सम्मेलन में जयंती पर दोनों साहित्यिक विभूतियों को दी गई काव्यांज

हिन्दी साहित्य की धरोहर हैं गया के दो काव्य-तपस्वी ‘रुद्र’ और ‘वियोगी’ पटना डेस्क (मालंच नई सुबह) पटना, ३ नवम्बर। गया के दो काव्य-तपस्वी महाकवि मोहनलाल महतो ‘वियोगी’ और छंदों के मर्म -स्पर्शी गीतकार रामगोपाल शर्मा ‘रुद्र’ हिन्दी साहित्य की…