“जूता, न्याय और जनविश्वास: क्या संविधान की अंतिम उम्मीद भी संकट में है?”
नीीव समदर्शी देश की सर्वोच्च अदालत में जो दृश्य देखने को मिला, वह भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने के लिए गहरी चिंता का विषय है। ऐसी स्थिति इसके पूर्व कभी आपातकाल मे भी नही देखी गई। जिस सर्वोच्च न्यायालय के फैसले…
भारत बना विश्व बैंक का सबसे बडा कर्जदार यह गौरव की बात या लाचार और लचर अर्थ व्यवस्था ….
नीरव समदर्शी भारत हाल ही में विश्व बैंक का सबसे बड़ा कर्जदार देश बन गया है। आदतन सत्ता समर्थक लोग सोशल मीडिया पर इसे भी देश का गौरब बढना बता रहे है ।तर्क यह दिया जा रहा है कि कर्ज…
आध्यात्मिक चेतना से विश्व को एक सूत्र में पिरोना चाहते थे सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन
डॉ ध्रुव कुमार पटना विश्व के अशांतिमय जीवन को आध्यात्मिक चेतना द्वारा समृद्धिशाली बनाने की दिली चाहत रखने वाले सर्वपल्ली राधाकृष्णन दुनिया के आधुनिक दार्शनिकों में अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान सुनिश्चित करते हैं I उनका मानना था कि ईश्वर सत, चित्त…
शिक्षा का बाज़ारीकरण, सरकारी उपेक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में लगातार कमी
— नीरव समदर्शी प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को हम बड़े गर्व से शिक्षक दिवस मनाते हैं—महान शिक्षाविद और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में। पर यह दिन भी अब 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह…
“माँ का अपमान” विवाद— सवालों के घेरे में सियासी तूफ़ान
——- नीरव समदर्शी भारतीय समाज की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ महिला सम्मान को पारिवारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा का आधार माना जाता है। गांव–कस्बों से लेकर महानगरों तक, किसी भी परिवार की स्त्री पर आंच आने को लोग…
नई लेखिका आई है — और मंडी के गिद्ध जाग उठे हैं
प्रियंका सौरभस्वतंत्र लेखिका, स्त्रीवादी चिंतक, कवयित्री हिसार ,हरियाणा नई लेखिका जैसे ही साहित्य के आंगन में प्रवेश करती है, एक उत्सव-सा माहौल बनता है। वह कलम लेकर आई है — शब्दों को जीवन देने, अनुभवों को साझा करने और संवेदनाओं…
विदेशों में नौकरी-धन की लिप्सा या पश्चिमी मस्त जीवन-शैली का आकर्षण
संजीव ठाकुर ,छत्तीसगढ, रायपुुर विगत दशकों में प्रतिभा पलायन भारत के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है शिक्षा के क्षेत्र में बड़े शिक्षा संस्थानों में भारी-भरकम खर्च के बाद शिक्षित युवक विदेशों में अपनी सेवाएं प्रदान करने को सदैव…
“सच्चा प्रेम और राधा-कृष्ण”
अर्चना अनुप्रिया प्रेम एक ऐसा विषय है जिसके ऊपर न जाने कितनी रचनाएं गढ़ी गई हैं,कितनी तरह से इसे परिभाषित किया गया है लेकिन आज भी यह एक पहेली सा लगता है।देखा जाए तो प्रेम, प्यार, मुहब्बत,उल्फत-ये सभी शब्द एक…
प्रथम चरण के चुनाव के बाद पुराने मुद्दों की ओर मुड़ रही है भाजपा
प्रथम चरण के चुनाव के बाद पुराने मुद्दों की ओर मुड़ रही है भाजपा —-नीरव समदर्शी लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण की समाप्ति के बादअमित शाह कटिहार किशनगंज के चुनावी रैलियों में 2014 के मोदी सरकार की प्रारंभिक दौर…
मोदी अगर कार्य व्यवहार से 56 इंची सीना का परिचय दें तो उनका 400 पार सपना पूरा हो जा सकता है
मोदी अगर कार्य व्यवहार से 56 इंची सीना का परिचय दें तो उनका 400 पार सपना पूरा हो जा सकता है नीरव समदर्शी पिछले काफी समय से भारत में विपक्षी दलों द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर अनेक तरह के आरोप…
देश मे अघोषित आपातकाल की स्थिति और केंद्रीय सत्ता की हार की स्वीकारोक्ति
नीरव समदर्शी आज एक तरफ तो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के बैंकों को फ्रिज कर दिया गया। इन दो घटनाओं की वजह से इलेक्ट्रोरल बॉन्ड में नामो की खुलासा की खबर…