नहीं रहे राष्ट्रभाषा प्रहरी नृपेंद्रनाथ गुप्त / साहित्य समाज में शोक की लहर
पटना/प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह)पटना, १२ जून। 'राष्ट्रभाषा-प्रहरी के रूप में समादृत हिन्दी के वयोवृद्ध साहित्य-सेवी, साहित्यिक त्रैमासिकी 'भाषा भारती संवाद' के प्रधान संपादक और बिहार...
प्रकृति और मानव
राज प्रिया रानी
बेमौसम बरस रही घटा घोर बरसात
उकेर रही हजारों अनसुलझे सवाल
मानवता का क्षरण कस रहा है जाल
भौगौलिक संरक्षण में बुन गया जंजाल
बेकाबू में...
मुझे टूटना ही होगा…
-----नीरव समदर्शी
जानता हूँ मैं कि जो झुकता नहीं है
वह टूट जाता है|
जानता हूँ मैं जो जितना झुकता है उतना ही उठता है
मगर क्या करूं...
आत्मकथा- – कोरोना वायरस की
@निक्की शर्मा र'श्मि‘
मुम्बई
आत्मकथा- - कोरोना वायरस की
मैं कोरोनावायरस हूँ। मुझे कोई हल्के में ना लें। मैं महामारी के रूप में इस बार आया हूँ।सर्दी,...
ओ मुसाफिर !
विजय गुंजन
आज यह पल दिवस का
अन्तिम पहर है ।
ओ मुसाफिर रुक जरा
आराम कर ले ,
पाँव को कुछ बल मिले
थोड़ा ठहर ले ।
दूर जाना है...
समर्पण
राज प्रिया रानी
आरंभ पुरुष का हर कदम स्त्री थी
उषा से निशा तक स्त्री ही करम थी
पुरुष की दुनिया भी प्रभा से थी जागती
निशा की...
नई माँ
प्रियंका त्रिवेदी बक्सर-बिहार
"मृत्यु से जूझती अदिति किसी तरह हॉस्पिटल पहुंची। उसके पति और सास उसके पीछे दौड़ते हुए आ रहें थे, पर अदिति ऑपरेशन...
सागरिका राय की कविताएँ मर्म-स्पर्शी शब्द-पुष्प गढ़ती हैं / साहित्य सम्मेलन में काव्य-संग्रह ‘अनहद...
पटना ।प्रतिनिधि(मालंच नई सह)पटना, ३० मई। गम्भीर लेखन के लिए चर्चित विदुषी साहित्यकार सागरिका राय, भाव-संपदा और काव्य-कल्पनाओं से समृद्ध एक अत्यंत प्रतिभाशाली कवयित्री...
नारी
मरियम ट्रुथ
नारी हूं मैं
ख़ामोश रहूं मैं,
तो सही हूं मैं
बोली तो बदतमीज हूं मैं
हां नारी हूं मैं
घुघंट या पर्दा ना करू
तो बदचलन हूं मैं
कोई...
अधिक-अधिक संकट गहराया
-----------हरिनारायण सिंह 'हरि'
अधिक-अधिक संकट गहराया,
दरवाजे पर युद्ध
ताखे में बैठा चित्रों में अपना आहत बुद्ध
सिर्फ किताबों में पढ़ते...