जनता की समस्य बताना भाजपा विधायक को पड़ गया महंगा
मोतिहारी/प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह)नीतीश सरकार में अधिकारी को जनता की समस्य बताना भाजपा विधायक को पड़ गया महंगा।पूर्वी चंपारण जिले के चकिया नगर परिषद क्षेत्र के समस्या बताने पर नगर परिषद के अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराया भाजपा विधायक पर।
यह मामला मोतिहारीं के चकिया नगर परिध्द से सामने आया है।जहाँ मुहल्ले में लगे जल जमाव की समस्या की जानकारी को बीजेपी विधायक द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को फोन कर बताना इस कदर महंगा पड़ गया कि गुस्से में आए कार्यपालक पदाधिकारी ने माननीय पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया ।
यह मामला चकिया नगर परिषद का है जहाँ वार्ड नंबर 17 के लोग उस मोहल्ले के निवासी व् पूर्व पीपरा विधायक सह हरिसिद्धि विधान सभा के बीजेपी विधायक कृष्णनंदन पासवान के घर सुबह सुबह पहुचे और कहा कि पूरा बिहार डेंगू से त्रस्त है और इस मोहल्ले में महीनो से सड़क पर जल जमाव लगा हुआ है लोगो के लाख शिकायत के बावजूद यह मामला सुलझ नहीं रहा है । लोगो की आपबीती सुन बीजेपी विधायक ने आव देखा न ताव और तुरन्त नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को फोन लगा कर मामले की जानकारी देना शुरू कर दिया । लेकिन फोन करते ही माननीय और अधिकारी के बीच प्रोटोकॉल को लेकर फोन पर ही विवाद शुरू हो गया विधायक जी ये भूल गए की वर्तमान में बिहार में उनकी पार्टी विपक्ष में बैठी है और अधिकरी का मनोबल सातवे आसमान पर है । लेकिन अब जनता की समस्या तो भाड़ में जाए पर विवाद दोनों के बीच इस कदर बढ़ गया कि अधिकारी ने बीजेपी विधायक पर ही चकिया थाने में पहुच कर मुकदमा दर्ज करा दिया ।
अपने द्वारा थाने में दिए गए आवेदन में चकिया नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव किशोर कुणाल ने विधायक द्वारा अभद्र शब्द कर धमकाने का आरोप लगाया है ।
इधर इस बात की जानकारी मिलने के बाद बीजेपी विधायक कृष्णनंदन पासवान ने भी एग्जेक्युटिव किशोर कुणाल पर मामला दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन दे दिया है ।
विधायक ने भी आरोप लगाया है कि जब वे जनता की समस्या को लेकर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल को फोन किये तो अधिकारी उनसे प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं करते हुए अभद्र पूर्वक बात किया जिसको लेकर विवाद हुआ और मामला थाने में पहुच गया ।
इस मामले के बाद विधायक ने नितीश सरकार पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सरकार के सोची समझी साजिश के तहत अधिकारियों द्वारा बीजेपी के विधायकों को बेइज्जत किया जा रहा है ।
बहरहाल विवाद के पीछे का वजह चाहे जो भी हो पर जनता की समस्या को सुनाने वाला कोई नहीं है और वो भी एसी परिस्थिति में जब जल जमाव के वजह से पूरे बिहार में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है । एक तरफ सरकार की बेचैनी बढ़ी हुई है तो दूसरी ओर उनके अधिकरी माननीय से झगड़ने में उलझे हुए है जनता बस राम भरोसे है ।