पश्चिमी चंपारण प्रतिनिधि मालंच नई सुबह, इंडो नेपाल सीमा से कर्नाटक भेजे गए एक दर्जन से अधिक मजदूरों को बंदी बनाया गया। इंडो-नेपाल सीमा अंतर्गत चम्पापुर, गोनौली व मिश्रौली इत्यादि इलाकों से दर्जनों मजदूरों को मजदूरी के लिए छठ के बाद कर्नाटक ले जाया गया। जहां वे दिन रात मजदूरी करते थे। लेकिन जब होली में मजदूरों ने मजदूरी मांगना शुरू किया तो मालिक ने बताया कि जिस ठेकेदार द्वारा उनको मजदूरी के लिए भेजा गया था उस ठेकेदार ने पहले ही 7 लाख 60 हजार रुपया भुगतान ले लिया। ऐसे में जब मजदूर घर जाने की बात करने लगे तो इन्हें बंधक बना लिया गया।
बंधक बनाए जाने की सूचना मजदूरों ने अपने परिजनों को दी। जिसके बाद परिजन स्थानीय वाल्मीकिनगर थाना को शिकायत किया लेकिन जब थाना ने उनके इस बात को गम्भीरता से नही लिया तो ग्रामीणों ने स्थानीय संगठन बापू धाम ट्रस्ट के सचिव व आईएएस अधिकारी एपी पाठक को दी। एपी पाठक ने कर्नाटक पुलिस को संपर्क कर सारा जानकारी दिया जिसके बाद कर्नाटक पुलिस ने मजदूरों को मुक्त करा भाड़ा खर्चा देकर घर भेजा। बताया जा रहा है कि चम्पापुर निवासी सुरेंद्र यादव नामक ठेकेदार के द्वारा इन मजदूरों को वहां भेजा गया था और वह मालिक से राशि ले वहां से फरार हो गया। मजदूरों का कहना है कि उन्हें तकरीबन 5 माह की मजदूरी नही दी गई और काम लिया गया।