साहित्यकारों ने ‘ भारतीय संविधान दिवस ‘ के अवसर पर दिया शुभकामना संदेश
फारबिसगंज प्रतिनिधि मालंच नई सुबह,
26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर द्विजदेनी क्लब के सदस्यों ने भारतीय नागरिकों के लिए न्याय, सत्यता, स्वतंत्रता,समरूपता एवं भ्रातृत्व प्रदान करने वाले भारत के सर्वोच्च विधान, भारतीय संविधान के सहयोगकर्ताओं एवं निर्माताओं को नमन किया। इस दौरान क्लब के अध्यक्ष हेमंत यादव ने अपने शुभ कामना संदेश में कहा है कि हम भारतीय नागरिकों के लिए ‘ संविधान दिवस ‘ बेहद गर्व का दिन है। संविधान में ही देश के सिद्धांत और उसको चलाने के तरीके होते हैं।
शिक्षा सेवी विनोद कुमार तिवारी ने कहा है कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश जब आजाद हुआ था, तब हमारे पास अपना कोई संविधान नहीं था। इसलिए इसको बनाने के लिए संविधान सभा का गठन किया गया था। जवाहर लाल नेहरू, डा. राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अबूल कलाम आजाद आदि इसके प्रमुख सदस्य थे तथा ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डा. भीमराव अंबेडकर थे। इसलिए उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है।
हिंदी सेवी अरविंद ठाकुर ने कहा कि हमारा संविधान एकमात्र वकीलों का संविधान नहीं है बल्कि यह जीवन का एक माध्यम है। संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक होने की भावना का एहसास कराता है।