4 अगस्त को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती पटना के बापू सभागार में
पटना।प्रतिनिधि (मालंच नई सुबह)
16 संस्कारो से जुड़े समाज के विभिन्न लोगो को सम्मानित करेगा परिषद हिन्दुत्व के संरक्षण व समर्वधन की जिम्मेवारी ब्राम्हणों की है मिथिलेश तिवारी गोस्वामी तुलसीदास की जयन्ती पर बड़ी संख्या में जुटेगे ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधि सनातन संस्कृति चेतना परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष एवं जाने-माने चिकित्सक डॉ मनोज कुमार की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय बैठक बिहार इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन (बी. आई.ए) सभागार में संपन्न हुई। इस बैठक में गोपालगंज, बक्सर, रोहतास, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, सारण समेत बिहार के सभी जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अगस्त बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष, पूर्व विधायक तथा सनातन संस्कृति चेतना परिषद के संरक्षक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि आगामी 04 2022 को पटना के बापू सभागार में संत गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती धूम-धाम से मनायी जायेगी। श्री तिवारी ने कहा कि भारत के अराध्य भगवान श्री राम का जीवन दर्शन रामचरित्र मानस में ही पढ़ने को मिलता है, जिसे गोस्वामी तुलसी दास जी ने लिखा और अपना नाम हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में महान बनाया। इनके बताये हुए मार्ग को अपना कर हम अपने सनातन संस्कृति को मजबूत कर सकते है। इसी को लेकर गोस्वामी तुलसी दास जी की जयंती के अवसर पर एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इनके द्वारा बनाये और लिखे गए महाकाव्य से भारत सहित दुनिया के सभी सनातनी पंथी ना सिर्फ प्रेरणा पाते हैं बल्कि जीवन जीने की राह पाते हैं। भारत की संस्कृति के अधिष्ठान के रूप में ख्यातिलब्ध और मूर्धन्य मानव के जीवन पर हम सभी मिलकर उनका जीवनउत्सव मनाएंगे।
हिंदुत्व ही भारत के जीवनशैली का आधार है इसलिए इसकी रक्षा और संरक्षण सहित उसका भविष्योन्मुखी संवर्धन करना अनिवार्य है इसलिए हमारे कुछ विषय हैं जिसको जनता के समक्ष पेश करना आवश्यक है। हम सभी चाहते हैं कि जिस प्रकार पटना में हज भवन का निर्माण हुआ है उसी प्रकार पटना तथा गया में तीर्थ भवन की स्थापना हो ताकि हिन्दू तीर्थ यात्रियों की भी सुविधाएं खड़ी की जा सकें। ब्राह्मण समाज हिंदुत्व का आधार स्तंभ है और 16 संस्कारों पर आधारित जीवनदर्शन को विकसित किया है। बिहार में भी यह संस्कृति फले फुले इसलिए ब्राह्मण हित की बात अनिवार्य है। हम 4 अगस्त के कार्यक्रम में हिंदुओं के समरसता के आधार स्तंभ ब्राह्मण हित की बात भी आपके सामने रखेंगे। इसलिए आप सभी स्वजनों से आग्रह है कि आप सभी इस कार्यक्रम से भारी संख्या में पटना पहुँचे और समाज का हिंदुत्व की पद्यति पर उल्लेखनीय भविष्य के निर्माण पर काम करें। श्री तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म के 16 संस्कारों में महती भूमि का निभाने वाले वैसे समाज के सभी लोगो को मंच से सम्मानित किया जायेगा। उन्होने कहा कि परिषद के इस कार्यक्रम में देश के संत समाज के प्रमुख लोग, बड़े-बड़े, राजनेता के साथ हिन्दुत्व के रक्षक एवं ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधि भाग लेगे।
सनातन संस्कृति चेतना परिषद के उपाध्यक्ष एवं पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी के गाँव राजापुर, चित्रकुट, उत्तर प्रदेश से तुलसी घाट का गंगा जल सभी प्रतिनिधियों को 04 अगस्त को जयंती के अवसर पर वह प्रेम भेट किया जायेगा। इसके साथ ही परिषद के सचिव एवं जाने माने समाज सेवी विन्ध्याचल पाठक
द्वारा कार्यक्रम के दिन सभी प्रतिनिधियों के बीच श्रीमदभागवत गीता एवं हनुमान चालीसा का सह-सम्मान निःशुल्क वितरन कराया जायेगा। बैठक को परिषद के उपाध्यक्ष संजय पाण्डेय, सत्येन्द्र राय, संजीव कुमार मिश्र सचिव विन्ध्याचल पाठक, संयुक्त सचिव राकेश ओझा, डा राजनाथ झा, प्रवक्ता मनीष तिवारी, मयंक भूषण पाठक, शशि भूषण पाठक, आशुतोष कुमार पाण्डेय, श्रीमती अर्चना ठाकुर, श्रीमती ममता पाण्डेय, दिलिप मिश्रा शशिकान्त ओझा, धुरंधर तिवारी, रवि कान्त पाण्डेय, मनीष कुमार दूबे, नीरज पाठक, भारतेन्दु मिश्रा, धर्मेन्द्र तिवारी, निधि प्रिया, मनीष पाठक, संजीव चौबे सहित कई लोगो ने संबोधित किया।