मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

पटना /आस-पास

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आज़ादी काअमृतोत्सव

पटना/प्रतिनिधि/माधुरी भट्ट/मालंच नई सुबह। आज़ादी के पचहतरवें  अमृतोत्सव के उपलक्ष्य में पूरे देश में हर्षोल्लास का वातावरण बना रहा। अलग -अलग संस्थानों में  झंडोत्तोलन , राष्ट्रगान के साथ- साथ  अमर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने अपनी जान की कुर्बानी देकर देश की आज़ादी में अहम भूमिका निभाई।इस अवसर पर “साहित्योदय” मंच पर वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन पूरे सप्ताह चलता रहा। और आगे भी पचहतर सप्ताह तक चलता रहेगा।इसी क्रम में मंच संस्थापक पंकज प्रियम की अध्यक्षता में “आज़ादी की क़ीमत ” विषय पर एक परिचर्चा आयोजित की गई। भारतवासी भले ही विश्व के किसी भी कोने में विराजमान हों ,अपनी मातृभूमि के लिए उनका दिल हर पल धड़कता है।
परिचर्चा का आरम्भ माँ शारदे को नमन करते हुए लन्दन से वरिष्ठ शिक्षाविद आदरणीय सुषमा रजनीश द्वारा  किया गया।मॉस्को से योग प्रशिक्षिका प्रगति तिपनिस, मुम्बई से वरिष्ठ शिक्षिका सुषमा जो अभी लन्दन में रह रही हैं, कोलकाता से वरिष्ठ पत्रकार-शिक्षा विद त्रिलोक नाथ पाण्डे, राँची से डॉ रीता लाकड़ा,पटना से साहित्यप्रेमी डॉली बगारिया,देहरादून उत्तराखंड से पत्रकार डॉ योगेश धस्माना और  समाजसेवी माधुरी  भट्ट ने अपने -अपने विचार साझा किए। सभी विद्वजनों ने देश की आज़ादी को किस तरह से सहेज कर रखा जा सकता है, इस महत्वपूर्ण पहलू पर सार्थक विचार रखे। साथ ही अपने उन वीर शहीदों को सदा याद रखने की बात कही गई जिन्होंने अपनी कुर्बानियों से देश की आज़ादी में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई लेकिन उनकी कुर्बानियों को राख की ढेरी में दफ़न कर दिया गया। जैसे गोहपुर असम की तेरह वर्षीय कनकलता,  चम्पारण के पंडित राजकुमार शुक्ल, लुधियाना का तेरह वर्षीय बालक जो उन नानकपंथी समुदाय के 68 कूकाओं में से 50वें नम्बर पर था और उसने लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर कावन की दाढ़ी कसकर पकड़ ली थी और तबतक नहीं छोड़ी जबतक तलवार से उसके दोनों हाथ काट नहीं दिए गए।अंत में उसे उसी तलवार से मौत के घाट उतारा गया।ऐसे ही असंख्य बलिदानी हैं जिन्हें हमें नमन करना है और भावी पीढ़ी को भी उनके बारे में बताना है।इन बलिदानियों से प्रेरित होकर भावी पीढ़ी के मन में निश्चित ही देश की आज़ादी को संजोए रखने के भाव पैदा होंगे। मंच का संचालन  कार्यक्रम समन्वयक कतर से शालिनी वर्मा और फ्रांस सेसंयोजक संचालक निकिता कुसुम तिवारी द्वारा किया गया।

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