पटना/डेस्क,पटना
शुक्रवार को जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव सह प्रभारी पूर्वी चंपारण आनंद कुमार सिंह ने अपने कार्यालय पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित एक प्रेसवार्ता में कहा कि बिहार में गंगा का जलस्तर दिन-ब-दिन बढ़ने के कारण बीते कई दिनों से दर्जनों घाटों पर खतरे की लाल निशान से उपर बह रही है। पटना शहर के अंदर भी सोन नद और गंगा का जलस्तर बढ़ने से विषैले जीव-जंतु बहते हुए पानी के साथ सड़कों पर नजर आने से लोगों के बीच परेशानियां बढ़ने लगी है।वहीं बिहार के कई जिले बाढ़ प्रभावित हो चुके हैं, उन इलाकों में कोई भी राहत कार्य बिहार सरकार द्वारा नहीं की जा रही है। सभी जगह जलमग्न होने से बाढ़ पीड़ितों की हालत बद से बद्तर हो गई है, उनके रहने और खाने-पीने की कोई भी सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही है।अब तक कई ऐसे इलाके हैं जहां शासन-प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण भी नहीं हुआ है, इधर बिहार के मुख्यमंत्री रोज अखबारों में कहते हैं कि बाढ़ प्रभावित इलाकों पर पूरी तरह से सरकार नजर बनाए हुई है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि कई प्रभावित इलाके ऐसे हैं,जहां स्थानीय समाजसेवियों द्वारा राहत सामग्री की थोड़ी बहुत व्यवस्था की जा रही है, जिससे लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं। श्री आनंद ने बताया कि सबसे ज्यादा हालत खराब पूर्वी चंपारण और उसके आसपास जिलों की है,जहां बाढ़ पीड़ितों का संपर्क मदद करने वालों का नहीं हो पा रहा है, ऐसे में एनडीआरएफ, एसडीआरफ और हवाई मदद की सख्त जरूरत है।
वहीं दूसरी बात में श्री सिंह ने कहा कि पूर्वी चंपारण में मनीष पत्रकार की हत्या समाज के लिए बहुत बड़ी आघात है, समाज के चौथा स्तम्भ माना गया है पत्रकारिता, जिसकी निर्मम हत्या अशोभनीय और निंदनीय है। वहीं पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी अबतक नहीं कर पाई और ना ही सरकार द्वारा परिवार को किसी प्रकार की मदद दी गई है। इस घटना पर जन अधिकार पार्टी भर्त्सना और निंदा करते हुए पूर्वी चंपारण के जिला अधिकारी और एसपी से अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी के लिए मांग करती है।