पटना /जितेन्द्र कुमार सिन्हा,(मालंच नई सुबह)छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने और छात्रों को सफलता के शिखर तक ले जाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए
सामाजिक संस्था दीदीजी फाउंडेशन, शिक्षक दिवस के अवसर पर 05 सितंबर (रविवार) को 15 शिक्षकों को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान से सम्मानित करेगी।
उक्त जानकारी देते हुए दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने बताया कि देश के पूर्व राष्ट्रपति, भारतीय संस्कृति के संवाहक, महान शिक्षाविद तथा भारत सरकार के सर्वोच्च सम्मान भारत-रत्न की उपाधि से विभूषित डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए हर वर्ष उनके जन्म दिन 05 सितबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके जन्म दिन के अवसर पर समाज का गौरव बढ़ाने वाले 15 शिक्षकों का सम्मानित करने के लिये डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान 2021 का आयोजन किया गया है।
डा. नम्रता ने यह भी बताया कि गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। प्राचीन काल से ही भारत में गुरु और शिष्य की परंपरा चली आ रही है। शिक्षण कार्य महान कार्य है। शिक्षक, केवल विभिन्न विषयों का ज्ञान ही नहीं देते बल्कि एक अच्छे नागरिक बनने के गुण भी अपने विद्यार्थियों में विकसित करते है।छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व को आकार देने और भविष्य को उज्ज्वल बनाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
उन्होंने ने कहा कि डा. राधाकृष्णन का जीवन हमें उच्च गुणों को आत्मसात कर एक आदर्श शिक्षक बनने की प्रेरणा देता है। डा. राधाकृष्णन ने अपने जीवन का 40 वर्ष शिक्षक के रूप में व्यतीत किया, उन्हें आदर्श शिक्षक के रूप में याद किया जाता हैं, उनका जन्म दिन 05 सितम्बर को पूरे भारत में “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाकर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है।