पटना डेस्क (मालंच नई पटना :14/10/2021!” यायावरी साहित्यकार थे भारत यायावर जो आज हमारे बीच नहीं रहे ! निश्चित तौर परहिंदी साहित्य की अपूरणीय क्षति,हुई है ! सचमुच वे खोजी साहित्यकार थे l भारत यायावर को खासकर रेणु जी तथा नामवर जी पर की किताब के लिए हर समय जाना जाएगा। एक प्रखर समीक्षक, कवि तथा तह तक जाकर चिंतन करने वाले चिंतक व जीवनीकार यायावर जी को हमारी संस्था की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि है l
साहित्यिक संस्था भारतीय युवा साहित्यकार परिषद की ओर से आयोजित ऑनलाइन गूगल मीट पर, शोक सभा को संबोधित करते हुए संस्था के अध्यक्ष सिद्धेश्वर ने उपरोक्त शोक संवेदना प्रकट किया !
इस शोक सभा में अपूर्व कुमार, संतोष मालवीय, डॉ अर्चना त्रिपाठी, ऋचा वर्मा, मधुरेश नारायण, राज प्रिया रानी, दुर्गेश मोहन आदि साहित्यकारों ने भी अपनी शोक संवेदना प्रकट किया !