मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

साहित्य

भाई-बहन

भाई  हर बहन का होताहै

 एक अनमोल गहना।

ओ मेरे प्यारा भाईया

जुग जुग भाई तू जीना।।

 बचपन में वो लड़ना झगड़ना

 ‌याद आए संग खेलना पढ़ना।

कभी चिढ़ाना ,

कभी मनाना

    जन्मान्त‌ तक रहे साथ हमारा।

तू आया संग राखी लाया

चंदन का टीका,

रेश्म धागा।बांध के भाई की कलाई

याबहना दे दुआ,ले बलईया।।

 ‌भाई अगर जो तू न होता

    पिहर में सम्मान न मिलता।

    भाई बहन का पावन रिश्ता

    तोड़े से भी कभी न तूटता ।।

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