प्रशासन का दोहरा चरित्र उजागर , लोकतंत्र की कर रहे है हत्या।
दरभंगा प्रतिनिधि मालंच नई सुबह,विदित हो कि : एक झूठे मनगढ़ंत मुकदमे में क्रांतिकारी नौजवान जिला परिषद सागर नवदिया एवं अमित कुमार ठाकुर को फँसाकर जिला प्रशासन DDC एवं जिप अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ने जेल भेजने का काम किया है। जबकि उसी FIR ने नामित शेष आरोपी खुलेआम घूम रही है। हमें लगता है , यहाँ प्रशासन दोहरी नीति अपनाकर सच्चे निर्भीक ईमानदार व न्यायप्रिय भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले को साजिशन जेल भेज दिया है। वहीं आरोपी जिप सदस्य रंजना कुमारी के साथ जिला अधिकारी एवं DDC फ़ोटो खिंचा रहे है एक सरकारी कार्यक्रम में , DM दरभंगा के फेसबुक पेज पर उनका फ़ोटो एवं उनके नाम का भी जिक्र है।
1. गिरफ्तारी सागर नवदिया एवं अमित कुमार ठाकुर का ही क्यों ? शेष व्यक्ति प्रशासनिक चंगुल से बाहर क्यों ?
2. क्या जान – बूझकर साजिशन लोकतंत्र की आवाज दबाने हेतु इन दोनों की गिरफ्तारी हुई ?
3. क्या इनदोनों के अलग एवं शेष के लिए अलग कानून संविधान में लिखित है ?
4. फिर शेष पुलिस दबिश से अभी तक बचे हुए क्यों है ?
जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि : तानाशाह , अफसरशाही के बाद दरभंगा प्रशासन का एक नया चेहरा सामने आया है। जो कि पूर्णतः कानून को अपने हाथ का कठपुतली सामझ उपयोग कर रही है। एक ही FIR में नामित सागर नवदिया एवं अमित ठाकुर जेल में है और रंजना कुमारी के DM एवं DDC फ़ोटो खिंचा रही है । इसको लेकर गृह विभाग , राज्यपाल एवं बिहार के तमाम वरीय पदाधिकारी को पत्र के माध्यम से इन अलोकतांत्रिक व्यवहार वाले जिला प्रशासन का काला चिठ्ठा उनलोगों के समक्ष रखूंगा ।