अपराधियों, रंगदारों व मनबढ़ुओं से धनबाद के कारोबारी त्रस्त
धनबाद प्रतिनिधि मालंच नई सुबह:* अपराधियों, रंगदारों व मनबढ़ुओं से धनबाद के कारोबारी त्रस्त हैं. रंगदारी के लिए फोन आना और बात नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी से अधिकांश कारोबारी परेशान हैं. हालात यह है कि शहर के कई व्यवसायी शहर से बाहर रह कर मैनेजरों के बल पर अपना कारोबार चला रहे हैं या फिर घर से ही फोन के बल काम संभाल रहे हैं।
केवल पिछले ढाई माह की बात करें, तो जिले के नौ कारोबारियों के प्रतिष्ठान या घर पर रंगदारी के लिए गोलीबारी हुई है। इसमें एक को गोली भी लगी है, अब वह खतरे से बाहर हैं। इसको लेकर चैंबर से लेकर राजनीतिक दल तक चिंता जता चुके हैं, पर पुलिसिंग की स्थिति ऐसी कि अब तक पुलिस इस बात का विश्वास जता पाने में विफल है कि कारोबारी भयमुक्त होकर व्यवसाय करें, अपराधी कुछ नहीं कर पायेंगे। पूरे अपराध की दुनिया पर साम्राज्य जमाने वाले गैंगस्टर इस धंधे में टीन एजर्स को आगे कर धंधा चोखा कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान यहां के गैंगस्टरों के लिए काम करने वाले जो अपराधी पकड़े गये हैं उनमें से अधिकतर की उम्र 18 वर्ष के आस-पास है। शहर में अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि शनिवार को शहर में आये स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का काफिला गुजरने और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आने के कुछ ही देर पहले एक कारोबारी के प्रतिष्ठान के बाहर फायरिंग कर दी. ना केवल गोली चलायी, बल्कि रंगदारी के लिए वाट्सएप मैसेज भी किया. इस घटना से दोनों मंत्री काफी आहत हुए. श्री आलम ने धनबाद के डीसी को बुला कर इन अपराधियों पर जल्द कार्रवाई का निर्देश दिया। पहले जहां कारोबारियों के लिए फोन सुविधा का साधन था, वहीं अब आफत बनता जा रहा है. वाट्सएप पर धमकी आने से लेकर अज्ञात नंबरों से आये फरमान के कारण अब अनजान नंबर से आये फोन को नहीं उठाते हैं कारोबारी. एक कारोबारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कुछ लाख से हाल ही में उसने कारोबार शुरू किया है, कमाई क्या होगी, पहले ही रंगदारी के लिए फोन आ गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की कार्यवाही पर अपराधी तब पानी फेर रहे जब वे यहां के गरीब व छोटे बच्चों को कुछ पैसों की लालच दे कर अपने धंधे में शामिल कर रहे हैं. हद यह कि कुछ पैसे व नशे के लालच में ये किशोरवय लड़के किसी पर भी गोली चला दे रहे हैं. हाल ही में गिरफ्तार ऐसे लड़कों से ये खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार पिछले ढाई महीने में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग पकड़े गये. सिर्फ 18 जून को धनबाद पुलिस ने एक महिला समेत 10 लोगों को गिरफ्तर कर जेल भेजा था. इन लोगों पर आरोप था कि सभी प्रिंस खान के लिए रंगदारी का रुपया वसूलते थे और उसे विभिन्न स्थानों पर पहुंचाते थे. इसके साथ ही 10 जुलाई को गोविंदपुर स्थित बिहारी लाल चौधरी प्रतिष्ठान मामले में पुलिस ने पलामू से अपराधी को पकड़ कर जेल भेजा. इन पर रोक लगानी है तो पुलिस को अपने मुखबिरों को सक्रिय करना होगा. साथ ही सामाजिक सरोकार से जुड़े लोगों को आगे आना होगा।