रक्सौल प्रतिनिधि मालंच नई सुबह- अनुमंडल कार्यालय स्थित सभागार में बुधवार को विधिक जागरूकता शिविर सह मोबाइल लोक अदालत का आयोजन किया गया। मौके पर लोक अदालत के न्यायधीश बलराम सिंह ने कहा कि सिविल कोर्ट में मुकदमों की संख्या काफी बढ़ गई है। पूरे देश में विभिन्न न्यायालयों में करीब साढ़े चार करोड़ मामले लंबित है। इसी प्रकार के मामलों के निष्पादन में तेजी लाने के लिए मोबाईल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। इस अदालत में वकील पर खर्च नहीं होता है। वहीं कोर्ट फीस भी नहीं लगता। पुराने मुकदमें की कोर्ट फीस वापस हो जाती है। किसी पक्ष को सजा नहीं होती। मामले को बातचीत द्वारा सुलह से हल कर लिया जाता है। मुआवजा और हर्जाना तुरंत मिल जाता है। साथ ही मामले का निपटारा तुरंत हो जाता है। सभी को आसानी से न्याय मिल जाता है। इसका फैसला अंतिम होता है। इस फैसले के विरुद्ध कहीं अपील नहीं होता है।लोक अदालत में रक्सौल अनुमंडल न्यायालय के धारा 107 की 31 एवम धारा 144 के 14 समेत कुल 45 मामलों का निष्पादन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीओ रवि कांत सिन्हा ने की।
मौके पर डीएसपी धीरेन्द्र कुमार, गैर न्यायिक सदस्य महम्मद इरशाद, सामाजिक कार्यकर्ता अजहर हुसैन अंसारी, सीओ विजय कुमार, अनुमंडल न्यायालय के पेशकार अजीत कुमार तिवारी सहित कई वादी प्रतिवादी मौजूद थे।