पूर्णिया /प्रतिनिधि मनीष कुमार सिंह/मालंच नई सुबह।
सरकार के मंसूबे को सरकारी शिक्षक द्वारा नैया डुबोने के साथ ही शिक्षा के मंदिर में कलंक कथा का एक नया अध्याय जुड़ गया है सरकारी स्कूल जिसे शिक्षा का मंदिर कहा जाता है जहां केंद्र व राज्य बच्चों को न सिर्फ शिक्षित करने के हरसम्भव उपाय में लगे हुए है बल्कि शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न तरह की योजनाओं से गरीब छात्र छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने को प्रतिबद्ध है तो वही सरकार की नीति शिक्षा की प्रतिबद्धता के प्रति कृतसंकल्पित है तथा बच्चे जो कि देश के भविष्य की बुनियाद कही जाती है वहीं पर विद्यालय प्रधान द्वारा शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने का दुःसाहस किया ।
ताजा मामला धमदाहा प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक विद्यालय धारटोल की है जहां शनिवार को उक्त विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक निर्मल कुमार के द्वार विद्यालय के ही तीसरी कक्षा की 10 वर्षीय छात्रा के साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को प्राथमिक विद्यालय धारटोल के प्रधान निर्मल कुमार ने तीसरी कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया जिसके बाद पीड़ित छात्रा विद्यालय से भागते हुए उक्त घटना की जानकारी अपने परिजनों की दी जिसके बाद परिजनों के द्वारा विद्यालय पहुंचकर जमकर बवाल काटा गया घटना की जानकारी धीरे धीरे समूचे बस्ती में आग की तरह फैल गई जिसके बाद विद्यालय में काफी भीड़ जमा हो गई उग्र भीड़ ने आरोपित शिक्षक निर्मल कुमार की जमकर धुनाई की तत्पश्चात घटना की सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दी गई सूचना पाकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामप्रबोध यादव घटनास्थल पर पहुंचे जहां ग्रामीणों ने आरोपित शिक्षक को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम प्रबोध यादव को सुपुर्द करते हुए अविलम्ब उचित कार्यवाई करने की मांग की ।इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम प्रबोध यादव ने बताया कि तत्काल शिक्षक निर्मल कुमार को विद्यालय से हटा दिया जाएगा तथा मामले की जांच की जाएगी जांच में दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्यवाई की जाएगी ।
यहां बताना मुनासिब होगा कि पदाधिकारी के घटनास्थल पर पहुंचने पर उपस्थित भीड़ द्वारा उन्हें वास्तविक वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी दी गई वावजूद इसके प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उक्त मामले को लेकर न तो गंभीर दिखे ओर न ही कार्यवाई के प्रति जवाबदेह इससे साफ जाहिर होता है कि मामले की लीपापोती करने एवम आरोपित शिक्षक को बचाने की जुगत में है इस बात से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है तथा स्थानीय ग्रामीण आरोपित शिक्षक निर्मल कुमार की पूर्णतया सेवा समाप्त करने की मांग की है उनलोगों ने यह भी कहा है कि आरोपित शिक्षक की सेवा समाप्त करने की कार्यवाई नही की जाती है तो स्थानीय ग्रामीण विभाग के विरुद्ध आंदोलन करने पर बाध्य होंगे ।
बताते चले कि प्राथमिक विद्यालय में आरोपित शिक्षक निर्मल कुमार जिसका मूल विद्यालय मध्य विद्यालय दूधीभित्ता है की प्रतिनियुक्ति 21 मार्च 2022 को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा की गई थी प्रतिनियुक्ति के छठे दिन ही विद्यालय प्रधान द्वारा शिक्षा को शर्मसार करने की घटना घटित हुई इस बात से समूचे प्रखंड वासी विभाग के प्रति खासे नाराज है ।