दरभंगा प्रतिनिधि (मालंच नई सुबह) मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय छात्र नेता अमन सक्सेना ने कुलपति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप में कुलपति से इस्तीफा का मांग किया हैं इस बाबत एमएसयू छात्र नेता अमन सक्सेना ने कहा संगठन शुरुवाती दिनों से मौजूदा कुलपति और कुलसचिव के खिलाफ आवाज उठा रहा हैं जिसका परिणाम हैं की विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा एमएसयू के दर्जनों छात्र नेताओं पर फर्जी मुकदमा भी कर दिया गया जब से मौजूदा कुलपति और कुलसचिव को पद मिला हैं तभी से विश्वविद्यालय में कुछ भी सही नहीं हैं इनलोगो के गलत निर्णय के कारण लाखों छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा हैं और भुगतना पर रहा हैं जब से इन दोनों ने इस विश्वविद्यालय में कार्यभार संभाला हैं हर दिन शिक्षक पदाधिकारी प्रधानाचार्य का लगातार स्थानांतरण जारी हैं शैक्षणिक माहौल में किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं हुआ कॉलेज आज भी डिग्री बांटने का अड्डा बन हुआ हैं पहले जो पदाधिकारी होते थे तो वो बेईमानी करते थे तो डरते भी थे लेकिन जब से ये आए हैं विश्वविद्यालय में तानासाही और मनमौजी कर रहे हैं इनसे तो मिथिला विश्वविद्यालय संभल नहीं रहा श्रीमान को 4 अन्य विश्वविद्यालय का कार्यभार दे दिया गया हुआ हैं ऐसा प्रतीत होता हैं इस भ्रष्टाचार में राजभवन भी शामिल हैं जिनके इसारे पर कुलपति और कुलसचिव का चयन इस विश्वविद्यालय में किया गया दूरस्थ शिक्षा बंद हैं लॉ की पढ़ाई बंद हैं कॉलेज में पढ़ाई नहीं हैं विश्वविद्यालय दलालों का अड्डा बन चूका हैं परीक्षा फॉर्म और रिजल्ट छात्रों को समय से नहीं मिल रहा हैं और इन्हे राजभवन सर्वश्रेष्ठ कुलपति से सम्मान कर रहा हैं इनपर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा हैं करोड़ो रुपया का गबन का मामला इनके खिलाफ सामने आया हैं मिथिला विश्वविद्यालय को ऐसे भ्रष्ट कुलपति का जरुरत नहीं हैं इन्हे तत्काल पद से बर्खास्त करना चाहिए नहीं तो नैतिकता के आधार पर इन्हे खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए अगर ऐसा नहीं होता हैं मिथिला स्टूडेंट यूनियन इसके विरुद्ध जोरदार आंदोलन करने को तैयार जिसकी पूर्णतः जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी ।