हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित हुए सम्पादक नीरव समंदर्शी
हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित हुए सम्पादक नीरव समदर्शी पटना /प्रतिनिधि (मालंच नई सुबह )टना के कदमकुंआ स्थित “बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन” में आयोजित “विश्व हिन्दी दिवस” के अवसर पर बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की ओर से नागालैंड के पूर्व…
आखिर ऐसा क्यूँ है
आखिर ऐसा क्यूँ है स्वाति रॉय,भागलपुर कहीं मेरे रूप की पूजा, कहीं मेरे रूप पे कीचड़, कहीं मेरे रूप पे आँसू, तो कहीं मेरे रूप पे हँसी l आखिर ऐसा क्यूँ है?? कहीं मेरे रूप से भय, कहीं मेरे…