आखिर ऐसा क्यूँ है
आखिर ऐसा क्यूँ है स्वाति रॉय,भागलपुर कहीं मेरे रूप की पूजा, कहीं मेरे रूप पे कीचड़, कहीं मेरे रूप पे आँसू, तो कहीं मेरे रूप पे हँसी l आखिर ऐसा क्यूँ है?? कहीं मेरे रूप से भय, कहीं मेरे…
आखिर ऐसा क्यूँ है स्वाति रॉय,भागलपुर कहीं मेरे रूप की पूजा, कहीं मेरे रूप पे कीचड़, कहीं मेरे रूप पे आँसू, तो कहीं मेरे रूप पे हँसी l आखिर ऐसा क्यूँ है?? कहीं मेरे रूप से भय, कहीं मेरे…