भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत
सलिल सरोज संगीत, नृत्य और नाटक की भारतीय परंपरा हमारी सभ्यता के मूल में है। किसी भी सभ्यता का सार और गुणवत्ता उसके लोगों के सांस्कृतिक और कलात्मक हितों से आंकी जाती है। भारतीय सभ्यता अपनी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत और…
अत्याधिक आधुनिकता से पनपती बच्चों तथा बुजुर्गों से दूरी
संजीव ठाकुर स्वतंत्र लेखक रायपुर छत्तीसगढ़ भारत मूलतः परंपरावादी वैदिक तथा सनातनी देश है पर आधुनिकता ने देश के संयुक्त परिवारों को खंडित कर दिया है। अधिकांश परिवार अब एकल परिवार में परिवर्तित हो गए हैं ऐसे में बुजुर्ग तथा…