मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

Year: 2022

मजबूर

मजबूर मेरी यादाश्त बहुत कमजोर हो गई है, न जाने क्यों? अपने अतीत से एक पल तक नहीं खोज पा रहा हूँ , मैं जब उसे भूल पाया हूँ। जबकि है मालूम मुझे उसे याद रखना अधिक पीड़ादायक है भूलने…

जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरुरत है या डिग्री की।

जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरुरत है या डिग्री की ऋचा वर्मा पटना  “जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरूरत है ,डिग्री की नहीं। हमारी डिग्री है -हमारा सेवा भाव ,हमारी नम्रता, हमारे जीवन के…

साहित्य

अब बस हिंदी

अब बस हिंदी      __ सागरिका रॉय हिन्द देश में हिंदी को , उचित मान दिलाने को, आज भी प्रयत्न जारी है, क्या कहें ,कैसे कहें कि, मातृभूमि की अपनी भाषा ही, संस्कृति का सच्चा प्रभारी है। शिशु पोषण हेतु…

हिन्दी

 हिन्दी   माधुरी भट्ट मातृभाषा हिंदी, राजभाषा हिन्दी फिर भी, राष्ट्रभाषा बनने के लिए पलकें बिछाए राह में खड़ी! हाँ !मैं हिन्दी हूँ, सरल,सरस प्रेम से पगी,मधुरस छलकाती, करुणा बरसाती,मन से  मन के तार मिलाती, फिर क्यों हुई विरक्ति मुझसे,…

कल्याणी राष्ट्रभाषा हमारी सँस्कृत है जन्मदायिनी।

कल्याणी राष्ट्रभाषा हमारी सँस्कृत है जन्मदायिनी। इन्दु उपाध्याय (संचिता)   कल्याणी राष्ट्रभाषा हमारी सँस्कृत है जन्मदायिनी। ओत प्रोत है समरस से प्यारी अपनी मातृ वाणी। उद्घोषक स्वतंत्रता की, जन जन में उल्लास भरे। बनी एकता की संवाहक, प्रसार मानवता की…

हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा हो, तभी ‘हिन्दी-दिवस’ की सार्थकता साहित्य सम्मेलन में मनाया गया हिन्दी दिवस समारोह, ‘पुस्तक-चौदस मेला’ में बिकी हज़ारों की पुस्तकें , कल समापन समारोह ।

हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा हो, तभी ‘हिन्दी-दिवस’ की सार्थकता साहित्य सम्मेलन में मनाया गया हिन्दी दिवस समारोह, ‘पुस्तक-चौदस मेला’ में बिकी हज़ारों की पुस्तकें , कल समापन समारोह । पटना, १४ सितम्बर। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आज ‘हिन्दी दिवस…