आईएफडब्ल्यूजे प्रदेश कार्यकारिणी की विस्तारित बैठक संपन्न ,डॉ ध्रुव कुमार अध्यक्ष व सुधीर मधुकर महासचिव चयनित
आईएफडब्ल्यूजे प्रदेश कार्यकारिणी की विस्तारित बैठक संपन्न ,डॉ ध्रुव कुमार अध्यक्ष व सुधीर मधुकर महासचिव चयनित पटना/प्रतिनिधि(मालंच नई सुबह)पटना I इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट ( आईएफडब्ल्यूजे ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विक्रम राव ने कहा है कि बिहार सरकार…
अनुपम जिसका वेष
अनुपम जिसका वेष ———विजय गुंजन निखिल विश्व में हैं सब कहते इसको भारत देश । जहाँ योग-तप-ध्यान सिद्ध योगी विचरण करते हैं , बाँच जागरण मंत्र , भाव मङ्गल जग में भरते हैं । जहाँ ज्ञान की किरणों का होता…
दर्द एक एहसास
—राज प्रिया रानी बूंद बूंद पिघलती यादें बीती, ढहती गई मुठ्ठी भर रेत सी किसी आवारा इक बातास , रौंद गया री पतझर पात सी सींचना चाहा लम्हे को, मन उजडे तरकश सा था पल कहीं तो होगी साख दबी…
पता ही नहीं चला
—-डॉ शेफालिका वर्मा मंगलवार, 17 मई 2022 मालंच नई सुबह fff कभीमार्किट नजदीक देखती दौड़ कर चली जाती बच्चों के लिये कुछ खरीद लाती आज अपने लिये कुछ खरीदने का मन हुआ पैसे पर्स में भरे है घर के सामने…
प्रीति स्पर्श
—–डॉ. रमेश नारायण पूर्व विभागाध्यक्ष ए0एन0कॉलेज हिंदी विभाग एक नन्हीं सी छुवन की नाव खेकर मैं समुंदर पार जाना चाहता हूं| आंख देखी दूरियों का भूलना, पास की परछाइयों पर झूलना| सांस की भटकन सिहर कर थामना, आंख आंखों…
आज के दौर में साहित्य के नाम पर दुकान चल रही है कीमत अदा कर रचनाएं छपवाई जा रही है
राज प्रिया रानी आज साहित्य जगत का एक बेहद शर्मनाक पहलू उभर कर सामने आ रहा है जो स्वयं प्रकाशक, जिसके हांथ में साहित्यिक अस्मिता की रक्षा की डोर है, ही स्वार्थ के लालच में निकृष्टता धारण करते नजर आ…
वार्ड नंबर 11 में मोहम्मद तनवीर आलम द्वारा उज्जवल योजना के तहत गरीबों के बीच बांटे गए गैस सिलेंडर
नालंदा प्रतिनिधि मालंच नई सुबह,नालंदा जिले के नगर निगम क्षेत्र में पार्षद पद के लिए भावी प्रत्याशी मैदान में खड़े होने के लिए गरीबों के बीच दिन-रात बेहतर कार्य में लगे दिख रहे हैं,आपको बताते चलें वार्ड नंबर 11 इमादपुर…
जीवन के प्रति सात्विक राग के कवि थे महाकवि कृष्ण मोहन प्यारे, जयंती पर साहित्य सम्मेलन ने दी काव्यांजलि,
पटना/ प्रतिनिधि (मालंच नई सुबह) पटना, १५ मई। जीवन के प्रति सात्विक राग और वितराग के अमर गायक थे महाकवि कृष्ण मोहन प्यारे। किंतु उनकी काव्य-सधना और अवदान को भी वह मूल्य नहीं मिला, जिससे बिहार के अनेक साहित्यकार वंचित…