मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

Month: January 2022

साहित्य सम्मेलन के ४१वें महाधिवेशन की तिथि बढ़ाई गई /अब २-३ अप्रैल को आयोजित होगा दो दिवसीय साहित्यिक कुम्भ, सरस्वती पुत्रों का होगा सम्मान,

 उपसमितियों के गठन भी शीघ्र, कार्यसमिति में लिए गए निर्णय पटना/प्रतिनिध पटना (मालंच नई सुबह) पटना, २७ जनवरी। आगामी १२-१३ फरवरी को आहूत होने वाला बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का ४१वाँ महाधिवेशन अब २-३ अप्रैल को आयोजित होगा। कोबिड-१९ के…

सम्पादकीय साहित्य

हम एक दूसरे की कद्र किए बिना सुखी परिवार और सुखी परिवार बिना सुखी समाज नही बना सकते

पूनम आनंद पटना परिवार की नीव पति  पत्नी के आधारस्तंभ से ही शुरू होती है। पति पत्नी बनते हैं एक साथ अनेक रिश्तो की शाखा खुद ब खुद निकल आती है। आपसी प्रेम के अद्भुत संगम का तिकोनिया चतुर्भुज रूप…

धरती को पेड़ों के आभूषण से सजाना होगा

निक्की शर्मा ‘रश्मि’ मुम्बई पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, जीव – जंतु, पशु – पक्षी प्रकृति की गोद में पल रहे सभी जीव जंतु के जीवन को प्रकृति के अनुरूप बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है प्रकृति के संतुलन को बनाए…

मकर संक्रांति

बजरंग लाल केजड़ीवाल ‘संतुष्ट तिनसुकिया, असम देखो देखो सूर्य देव अपना पाला बदल र हेदक्षिण से निकल करउ त्तर की ओर बढ़ रहे सूर्य जो थे धनु राशि पर आ रहे वे मकर राशि पर बड़ा अजीब नजारा है ये…

निगरानी

नीना सिन्हा,कलमकार पटना, “रात को साढ़े बारह बजे कहाँ से आ रहे हैं, साहबजादे?” पिता ने प्रश्न किया। “क्या पापा! आप हद करते हैं! मैं अक्सर इसी वक्त घर आता हूँ। मैं पढ़ा-लिखा बेरोज़गार इंसान, समय काटना मुश्किल है, करूँ…

कमाल ख़ान ने मक्का में हज पर जा कर भी कभी नमाज नहीं पढ़ी थी

दयानंद पांडेय ऐसी सौभाग्यशाली मृत्यु भी कितनों को मिलती है भला। कि रात रिपोर्ट पेश की और सुबह विदा हो गए। कमाल ख़ान वाकई बाकमाल थे। एच एल की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता में आए थे। नब्बे के दशक में…

कोरोना से बेहतर बचाव सावधानी है : डा. सिमी कुमारी

पटना /प्रतिनिधि जितेन्द्र कुमार सिन्हा,(मालंच नई सुबह ) बिहार एक बार फिर कोरोना की चपेट में है। तीसरी लहर में नए केस मिलने की रफ्तार पहली और दूसरी लहर से काफी तेज है। ऐसे में सावधानी की बहुत अधिक ज़रूरत…

साहित्य

पतंग

                                -डॉ. राजेश पुरोहित आदमी की जिंदगी पतंग सी कभी रंग बिरंगी चमकती डोर कट जाये रिश्तों की तो न जाने कहाँ कहाँ भटकती लक्ष्य…

खुले आसमान में खुशियाँ उड़ी

(डाॅ पुष्पा जमुआर, पटना खुले आसमान में खुशियाँ उड़ी जिन्दगी में रंग घुली जब मन के कोने से निकल कर रंगों भरी  मेरी पतंग उड़ी । सारे ग़मों को भूला कर अपना-पराया भूल कर मजबूत डोर में बन्ध कर उड़ी…

साहित्य

चित्रगुप्त की पुण्यतिथि पर जीकेसी की साहित्यिक प्रस्तुति

पटना डेस्क(मालंच नई सुबह) पटना, नयी दिल्ली 11 जनवरी ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से महान संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव की पुण्यतिथि 14 जनवरी के अवसर पर साहित्यिक प्रस्तुति का आयोजन किया जा रहा है।  जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ…

लेकिन मोदी की जगह राहुल गांधी को हरगिज नहीं चुन सकते

दयानंद पांडेय राहुल गांधी , कांग्रेस , भाजपा , नरेंद्र मोदी या किसी भी की ग़लत बात या काम पर ठप्पा हम तो नहीं लगा सकते। लेकिन मोदी की जगह राहुल गांधी को हरगिज नहीं चुन सकते। मोदी ने बहुत…