मालंच नई सुबह

सच हार नही सकता

Month: September 2021

राष्ट्रीय कवि संगम पटना जिला इकाई द्वारा सम्मान समारोह सह कवि समेलन का आयोजन

पटना डेस्क (मालंच नई सुबह ) स्थानीय मिलेनियम वर्ल्ड स्कूल में आज सम्पन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप वैष्णवी एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष नित्यानंद सिंह उपस्थित थें जिनके द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई ।…

” पुरोधा की भूमिका का निर्वाह किया है राष्ट्रकवि दिनकर ने ! ” : आराधना प्रसाद

पटना डेस्क (मालंच नई सुबह ) पटना :27/09/2021! ” राजनीति जब डगमगाती है, तब साहित्य  उसे संभाल लेती है ! साहित्य की इस प्रासंगिकता को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर बखूबी समझते थे ! शायद,  यही कारण था कि उन्होंने सौंदर्यशास्त्र…

महाभारत के समय से शुरू हुई जीवित्पुत्रिका व्रत

जितेन्द्र कुमार सिन्ह , पटना महाभारत के युद्ध में अश्वत्थामा अपने पिता की मृत्यु के बाद पाण्डवों से बेहद नाराज थे। अश्वत्थामा अपने मन में बदले की भावना लिए पाण्डवों के शिविर में चले गए, उस शिविर में 5 लोग…

,पंचायत चुनाव को ले अंतर जिला थानाध्यक्षों की हुई बैठक

मोतिहारी के सुगौली थाना परिसर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर अंतर जिला थानाध्यक्षों की बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता मोतिहारी सदर एसडीपीओ अरुण कुमार गुप्ता ने की। इस बैठक में बेतिया जिला के सदर एसडीपीओ मुकुल परिमन…

सम्पादकीय

कोरोना की तरह फैलता जा रहा है प्यार से शुरू होकर देह व्यपार तक का सफर

  नीरव समदर्शी जैसे जैसे हमारा समाज बाजारवादी संस्कृति में डूबता जा रहा हैवैसे वैसे ब्यूटी पार्लर साइबर कैफे और रेस्टोरेंट में हो रही छापेमारी के क्रम में काफी बड़ी संख्या में अच्छे घरों की लड़के लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में…

विश्व कायस्थ महासम्मेलन की चल रही तैयारी की समीक्षा बैठक सम्पन्न

 पटना  डेस्क जितेन्द्र(मालंच नई) कुमार सिन्हा, (नयी दिल्ली), 20 सितम्बर ::जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) प्रबंध समिति की बैठक आयोजित किया गया जिसमें 19 दिसंबर को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाली विश्व कायस्थ सम्मेलन की तैयारी पर विस्तृत…

इसी का नाम ज़िंदगी

——प्रियांशु त्रिपाठी पापा की थाली में हैं कम दो रोटी चॉकलेट भी अब कम खाती छोटी माँ ने तीज में नई साड़ी भी ना ली बेटे ने जो अपनी लैपटॉप बना ली कल फिर उसे जो बहाने पसीना क़स्बे से…

ग़ज़ल

रेखा भारती मिश्रा , पटना क्या कहूँ मैं तू यहाँ पर किस कदर खो जाएगा शहर की इस भीड़ में सुन बेखबर खो जाएगा जगमगाते इस शहर पर मत करो तुम यूँ गुमां आँधियाँ जब आएंगी तो ये नगर खो…

राजनीतिग्यो की सत्ता लोलुपता और टुकड़ों में विघटित भारतीय समाज

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में  1989 के बाद से 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पूर्व तक एक भी स्पष्ट बहुमत की सरकार नहीं बन पाई। यहां यह बताना बहुत जरूरी है कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव…