भारत हमको जान से प्यारा है

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पटना डेस्क(मालंच नई सुबह)दिनांक 14.08.2021 वार शनिवार को हिंददेश परिवार विश्वबन्धुत्व के अन्तर्राष्ट्रीय फेसबुक आभासीय पटल पर स्वतंत्रता दिवस की पचहत्तरवीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या को आज सायं छ: बजे से जूम ऐप पर एक ऑनलाइन काव्यपाठ का आयोजन किया गया “भारत हमको जान से प्यारा है”। कार्यक्रम की शुरुआत आरती सिंह जी ने सभी को आजादी की ढेरो बधाइयां और शुभकामनाएं देते हुए सभी का स्वागत, अभिनन्दन, नमन और वंदन करते हुए चार पंक्तियां पढ़कर की – “वह खून कहो किस मतलब का जिसमें उबाल का नाम नहीं, वह खून कहो किस मतलब का आ सके जो देश के काम नहीं। आजादी का इतिहास कहीं काली स्याही लिख पाती है, इसको लिखने के लिए खून की नदियां बहाई जातीं हैं।” और अपने काव्यपाठ और मंच संचालन हेतु हिंददेश परिवार विश्वबन्धुत्व की अध्यक्षा आ. नीकिता कुसुम तिवारी जी का जो दोहा कतर से हैं का आह्वान किया। वतन की आन पर जो मिटे शहिद वो कहला गये ….. गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को देशभक्ति के रंग सराबोर कर देने का बहुत सुन्दर आगाज किया। इसके पश्चात् कार्यक्रम की संचालिकाओं आ. इंदु उपाध्याय जी और आ. शालिनी  ने कार्यक्रम की बागडोर अपने हाथों में संभालते हुए आ. इंदु उपाध्याय  ने मां सरस्वती की वंदना गा कर काव्यपाठ का विधिवत शुभारम्भ किया।

भारत हमको जान से प्यारा है कार्यक्रम में काव्यपाठ करनेवालों में उल्लेखनीय रहे -संचालन – शालिनी गर्ग , इंदु उपाध्याय  जी आमंत्रित कवि…

१)सुनीता माहेश्वरी जी – छंदों से सजे गीत। २) सारिका फ़लोर जी, नरौबी केन्या से – शहिद की पत्नी के भावों से सजी कविता – “हे प्राणेश्वर हे हृदयेश्वर संदेशा मैं भिजवाती हूं, तुम लडों देश की सीमा पर मैं अश्रु नहीं बहाती हूं” जिसे सुनकर सबकी आंखें नम हो गईं

२) गोविंद गुप्ता  – “तेरा वैभव मां अमर रहे और अमर तेरा इतिहास रहे …..”

३) ४) बजरंग केजडी़वाल  – भारत के गौरव को बताता गीत “जिस देश में मैंने जनम लिया वो अरुणोदय की धरती है …” और दूसरा गीत “अब हम आजाद देश के वासी हैं, अब अपना देश अपना संविधान है” । ५) आ. कुमकुम  सिन्हा – “शहिदों की कहानी सुनों मेरी जुबानी ……..

४) ६) आ. आरती सिंह – ” हे क्रांती विरों तुम्हारा शत् शत् नमन”। ७) आ. डाॅ  अर्चना मिश्रा  ‘आर्ची जी ने भी अपना काव्यपाठ अपनी कलम को संबोधित करते हुए देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया – “देश की पावन मिट्टी को कर ले तूं मेरी कलम नमन, लिखो बारम्बार,वंदेमातरम् वंदेमातरम् ….”। ८. अंकिता पण्डित  – आपने सैनिक के मां की मन की व्यथा को बहुत ही मार्मिक और अद्भुत अंदाज़ में अलग-अलग महीनों के अलग-अलग तरह के दु:ख को भोजपुरी गीत गाकर मंच को एकदम से मिठास से भर दिया  – “धड़केला छतिया कुहुकेला मनवा,सीमवा पे ठाडे़ बाडे़ हमरो सुगनवा(बच्चा)”।  ९) विपुल कुमार जी – जुल्म बढ़ा तो तूने कंस जना था,अहम हुआ जब रावण को तो राम जना था …………।”१०) आ. इंदू उपाध्याय जी – “हम हंसकर कर देंगे कुर्बान जवानी वतन मेरे, हम अपने खून से लिखेंगें कहानी वतन मेरे ……”। ११) आ. शालिनी गर्ग जी – “ऐ देश मेरे ऐ मेरे वतन तुझको है मेरा शत् शत् नमन …..”। १२) आ. माधुरी भट्ट जी ने भी बहुत ही सुन्दर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। इस प्रकार कार्यक्रम “भारत हमको जान से प्यारा है” बहुत ही अच्छा और सफल रहा।कार्यक्रम के अंत में आ. इंदु उपाध्याय जी ने सभी हार्दिक अभिनन्दन किया और सबको बधाई, शुभकामनाएं और धन्यवाद किया।

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